जन्माष्टमी भारत में एक प्रमुख त्यौहार है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को और भी विशेष बनाने के लिए भक्ति भरे जन्माष्टमी भजन गाए जाते हैं, जो भगवान कृष्ण की महिमा का बखान करते हैं। हमारे इस लेख में, हम आपके लिए टॉप 10 जन्माष्टमी भजन लिरिक्स हिंदी में पेश कर रहे हैं, जिन्हें आप जन्माष्टमी के अवसर पर गाकर श्रीकृष्ण की भक्ति में खो सकते हैं।
1. कृष्ण बधाई भजन - नंद के आनंद भयो
"नंद के आनंद भयो" भजन जन्माष्टमी के अवसर पर सबसे लोकप्रिय भजनों में से एक है। यह भजन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की खुशी और आनंद को दर्शाता है। इस भजन के माध्यम से भक्त भगवान श्रीकृष्ण के आगमन का स्वागत करते हैं और उनकी बाल लीलाओं का आनंद लेते हैं।
लिरिक्स:
नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की,
हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की।
नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की।
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2. माखन चोर भजन - माखन चोर नंद किशोर
माखन चोर नंद किशोर भजन भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की माखन चोरी की लीलाओं का वर्णन करता है। यह भजन बच्चों और बड़ों के बीच समान रूप से लोकप्रिय है।
लिरिक्स:
माखन चोर नंद किशोर, बृज के राजा,
कन्हैया लाल की, जय हो।
माखन चोर नंद किशोर, बृज के राजा,
कन्हैया लाल की, जय हो।
3. गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो
"गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो" भजन श्रीकृष्ण की महिमा का गुणगान करता है और भक्तों को भगवान के नाम का जप करने के लिए प्रेरित करता है। यह भजन जन्माष्टमी के मौके पर बहुत ही आनंद और श्रद्धा के साथ गाया जाता है।
लिरिक्स:
गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,
राधा रमण हरि गोविंद बोलो।
गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो,
राधा रमण हरि गोविंद बोलो।
4. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी
यह भजन भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न रूपों और लीलाओं का वर्णन करता है। यह भजन भक्ति रस में डूबा हुआ है और भक्तों को भगवान के प्रति भक्ति में रम जाने का अवसर देता है।
लिरिक्स:
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।
श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।
5. अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम
"अच्युतम केशवम" भजन भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न नामों और स्वरूपों का वर्णन करता है। यह भजन भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है और जन्माष्टमी के अवसर पर विशेष रूप से गाया जाता है।
लिरिक्स:
अच्युतम केशवम कृष्ण दामोदरम,
राम नारायणम जानकीवल्लभम।
कौन कहता है भगवान आते नहीं,
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं।
6. यशोमती मइया से बोले नंदलाला
यशोमती मइया से बोले नंदलाला भजन भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की लीलाओं का वर्णन करता है, जिसमें वे अपनी मां यशोदा के साथ खेलते और मस्ती करते हैं।
लिरिक्स:
यशोमती मइया से बोले नंदलाला,
राधा क्यों गोरी, मैं क्यों काला।
यशोमती मइया से बोले नंदलाला,
राधा क्यों गोरी, मैं क्यों काला।
7. हरे कृष्णा हरे राम
यह भजन भगवान कृष्ण और राम के नाम का जप करने के लिए प्रेरित करता है। यह भजन भक्तों को भगवान के प्रति भक्ति में तल्लीन होने का अवसर देता है।
लिरिक्स:
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।
हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा कृष्णा हरे हरे,
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे।
8. जानकीनाथ सहाय करें
जानकीनाथ सहाय करें भजन भगवान राम की महिमा का वर्णन करता है और उनके आशीर्वाद की कामना करता है। यह भजन भी जन्माष्टमी के अवसर पर गाया जाता है, विशेषकर जब भक्त भगवान राम और श्रीकृष्ण दोनों के प्रति भक्ति में तल्लीन होते हैं।
लिरिक्स:
जानकीनाथ सहाय करें,
रामजी की कृपा से सब काम करें।
जानकीनाथ सहाय करें,
रामजी की कृपा से सब काम करें।
9. राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी
"राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी" भजन भगवान श्रीकृष्ण और राधा की महिमा का वर्णन करता है। इस भजन को गाते समय भक्त भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में तल्लीन हो जाते हैं।
लिरिक्स:
राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी।
राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी,
राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी।
10. जन्मे हैं कृष्ण कन्हैया
यह भजन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का स्वागत और उनके बाल लीलाओं का वर्णन करता है।
लिरिक्स:
जन्मे हैं कृष्ण कन्हैया, गोकुल में आए नंदलाला,
माखन चोरी करते, सबके मन को भाते।
जन्मे हैं कृष्ण कन्हैया, गोकुल में आए नंदलाला,
माखन चोरी करते, सबके मन को भाते।
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