Hindenburg Research ने भारत में नए खुलासे की दी चेतावनी, अडानी ग्रुप के बाद कौन होगा अगला निशाना?



अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म Hindenburg Research ने भारत में एक और बड़े खुलासे की ओर संकेत दिया है, जिससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि अडानी ग्रुप के बाद अब कौन सी बड़ी कंपनी उनके निशाने पर होगी।

Hindenburg Research की पृष्ठभूमि

Hindenburg Research की स्थापना 2017 में Nathan Anderson द्वारा की गई थी। यह फर्म विस्तृत जांच-पड़ताल के बाद बड़ी कंपनियों को निशाना बनाने के लिए जानी जाती है। पिछले साल जनवरी में, Hindenburg ने अडानी ग्रुप पर "कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी" का आरोप लगाते हुए एक गंभीर रिपोर्ट जारी की थी।

नए खुलासे की चेतावनी

हाल ही में, Hindenburg ने X (पहले Twitter) पर एक पोस्ट में कहा, "जल्द ही कुछ बड़ा भारत," जिससे पूरे देश में यह सवाल उठने लगे हैं कि अगला निशाना कौन हो सकता है।

Something big soon India

— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024

अडानी ग्रुप के साथ विवाद

Hindenburg की रिपोर्ट ने अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट ला दी थी, जिससे समूह की मार्केट कैपिटलाइजेशन में लगभग $86 बिलियन की कमी आई थी। इसके साथ ही, समूह के विदेशी सूचीबद्ध बांडों में भी भारी बिकवाली हुई।
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SEBI का नया खुलासा

इस साल जून में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अडानी-Hindenburg मामले में नए विकासों का खुलासा किया। SEBI ने बताया कि Hindenburg ने न्यूयॉर्क हेज फंड मैनेजर मार्क किंगडन के साथ अपनी अडानी रिपोर्ट की अग्रिम कॉपी साझा की थी, जिससे उन्हें रणनीतिक ट्रेडिंग के माध्यम से भारी मुनाफा हुआ।

Hindenburg ने SEBI के इन आरोपों को "बकवास" करार दिया और कहा कि यह नोटिस उन्हें चुप कराने और डराने के लिए बनाया गया था, ताकि वे भारत के शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी को उजागर न कर सकें।

आने वाले समय में क्या हो सकता है?

Hindenburg की नवीनतम चेतावनी ने एक बार फिर से भारतीय कॉरपोरेट जगत में हलचल मचा दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे किस नए खुलासे के साथ सामने आते हैं और इसके भारतीय अर्थव्यवस्था और संबंधित कंपनियों पर क्या प्रभाव पड़ता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: Hindenburg Research क्या है और यह किसके लिए जानी जाती है?
उत्तर: Hindenburg Research एक अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म है, जिसकी स्थापना 2017 में Nathan Anderson ने की थी। यह फर्म मुख्य रूप से बड़ी कंपनियों की विस्तृत जांच-पड़ताल कर उनके खिलाफ रिपोर्ट जारी करती है। Hindenburg का नाम प्रमुख रूप से तब उभरकर आया जब उन्होंने अडानी ग्रुप पर "कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी" का आरोप लगाया था।

प्रश्न 2: Hindenburg Research ने हाल ही में भारत के बारे में क्या कहा है?
उत्तर: हाल ही में, Hindenburg Research ने X (पहले Twitter) पर एक पोस्ट में कहा कि "जल्द ही कुछ बड़ा भारत," जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि Hindenburg भारत में किसी बड़ी कंपनी के खिलाफ नए खुलासे की तैयारी कर रही है। इस पोस्ट के बाद से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि अडानी ग्रुप के बाद उनका अगला निशाना कौन हो सकता है।

प्रश्न 3: Hindenburg Research और अडानी ग्रुप के बीच क्या विवाद है?
उत्तर: Hindenburg Research ने जनवरी 2023 में अडानी ग्रुप पर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें उन्होंने अडानी ग्रुप पर "कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी धोखाधड़ी" का आरोप लगाया था। इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई और मार्केट कैपिटलाइजेशन में लगभग $86 बिलियन की कमी हो गई। इसके अलावा, SEBI ने खुलासा किया कि Hindenburg ने इस रिपोर्ट की अग्रिम जानकारी एक न्यूयॉर्क हेज फंड मैनेजर के साथ साझा की थी, जिससे उन्हें बड़ा मुनाफा हुआ।

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